Saturday, April 9, 2011

राजपूतों की ऐसी कहानी है , कि राजपूत ही राजपूत कि निशानी है l हम जब आये तो तुमको एहसास था , कि कोई एक शेर मेरे पास था ll हम गरम खून के उबाल हैं , प्यासी नदियों की चाल हैं , l हमारी गर्जना विन्ध्य पर्वतों से टकराती है और हिमालय की चोटी तक जाती है ll हम थक कर बैठेने वाले रड बांकुर नहीं...

Saturday, February 5, 2011

HiStOrY Of RaJPuT

शूरबाहूषु लोकोऽयं लम्बते पुत्रवत् सदा । तस्मात् सर्वास्ववस्थासु शूरः सम्मानमर्हित।। न िह शौर्यात् परं िकंचित् ित्रलोकेषु िवधते। शूरः सर्वं पालयित सर्वं शूरे पर्ितिष्ठतम् ।। Arms of the brave (kshatriya) always support and sustain the people like (a father his) son.A brave (kshatriya) is, for...